एथनोबोटेनिकल, गार्डनिंग एंड हर्बॅरियम तकनीक पर आयोजित प्रशिक्षण सह कार्यशाला संपन्न
एथनोबोटेनिकल, गार्डनिंग एंड हर्बॅरियम तकनीक पर आयोजित प्रशिक्षण सह कार्यशाला संपन्न
दुमका
ए. एन. कॉलेज, दुमका में छात्र – छात्राओं के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित की गयी।
जिसका विषय था “एथनोबोटेनिकल, गार्डनिंग एंड हर्बॅरियम तकनीक “।
सर्वप्रथम अतिथियों का स्वागत प्राचार्य डॉ. संजय कुमार सिंह एवं आयोजन सचिव डॉ. अमर नाथ सिंह के द्वारा शॉल एवं पुष्पगुच्छ प्रदान कर किया गया।
आयोजन सचिव ने कार्यशाला की विषय वस्तु एवं इसकी महत्ता की जानकारी उद्घाटन सत्र के दौरान दी l इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य ने इस तरह के कार्यशाला आयोजित किए जाने को समय की मांग बताई l
इसके पश्चात् आमंत्रित विद्वान वक्ताओं ने सिदो -कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों से भाग लेने पहुंचे प्रशिक्षणlर्थियों को विषय वस्तु की समझ विकसित करने की कला से रुबरु कराया।
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से पधारे विषय विशेषज्ञ डॉ. तपन कुमार पान ने बागवानी की तकनीक को सरल भाषा में समझाया एवं डॉ. नरेश पंडित ने पौधों की पहचान करने की वैज्ञानिक विधि से अवगत कराया इस क्रम में प्रतिभागियों को कॉलेज परिसर में मौजूद पेड़ पौधों की पहचान कराई गयी।
साथ ही उन्होंने हर्बरीयम बनाने की तकनीक का प्रदर्शन भी किया। प्रख्यात जड़ी बूटी विशेषज्ञ सामुएल सोरेन ने काफी सरल भाषा में छात्र – छात्राओं को जड़ी बूटी या औषधीय पौधों की पहचान कराई और उनके उपयोग की विधि बताई ।
इस अवसर पर प्रतिभागियों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसका विषय था जैव विविधता संरक्षण। जिसमें आमंत्रित अतिथियों ने उत्कृष्ट पेंटिंग बनाने के लिए प्रथम स्थान पर ज्योति कुमारी, द्वितीय स्थान पर शिल्पा साहा एवं तृतीय स्थान पर टेरेसा सोरेन को मेडल एवं सात अन्य प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया।
इस अवसर पर आमंत्रित विद्वानों ने
आशा व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण सह कार्यशाला में भाग लेने के उपरांत प्रशिक्षणार्थी अपना रोजगार शुरू करने में सक्षम होंगे, साथ ही बड़ी- बड़ी कंपनियों में नौकरी पाने में सफल हो सकेंगे।
अंत में विभिन्न महाविद्यालयों से पहुंचे स्नातक एवं स्नातकोत्तर के छात्र – छात्राओं ने आयोजकों के प्रयास की सराहना की। प्रशिक्षण सह कार्यशाला सफलतापूर्वक आयोजित किए जाने में शिवम, रितेश, विजय, आकाश, मुकेश, मोनिका, सोनामुनी, कृष्णा, निश्चय, प्रिंस, हेमंत, अमित, शिव, सलोमी, शोभा, एंजेलीना एवं अन्य छात्र – छात्राओं का योगदान सराहनीय रहा।