बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का दिखने लगा असर
बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का दिखने लगा असर
हेल्पलाइन के माध्यम से 16 वर्षीय बच्ची की रूकी शादी
Marriage of 16 year old girl stopped through helpline
गोड्डा
बाल विवाह एक सामाजिक और कानूनी अपराध है लेकिन सामाजिक जागरूकता से कम उम्र में हो रहे बच्ची की शादी को रोका जा सकता है ऐसा ही देखने को मिला पथरगामा थाना के चिलकारा पंचायत के एक गांव में जहां आज एक 16 वर्षीय नाबालिग की शादी उसकी माता पिता करा रहे थे शादी आज ही होना था जिसकी सारी तैयारी हो चुकी थी और रस्म भी चल रहा था।
लेकिन इस नाबालिग के शादी की सूचना किसी ने जिले के हेल्पलाइन पर दो दिन पूर्व दे चुका था उसके आलोक में पथरगामा के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सह बाल विवाह निषेध अधिकारी अमल जी ने कारवाई करते हुए थाना की टीम के साथ गांव गया और उनके माता पिता को समझा बुझाकर अंडरटेकिंग लेकर शादी को रोका मौके पर बच्ची जिस विद्यालय में पढ़ती थी उस विद्यालय के शिक्षक ने बच्ची के उम्र का सत्यापन भी किया की बच्ची अभी नबालिक है।
मौके पर पंचायत के मुखिया और गणमान्य लोग भी मौजूद थे।
बता दे कि लगातार जिले में किशोरी सशक्तिकरण के माध्यम से बाल विवाह में कमी लाने के लिए साथी संस्था कार्य कर रही है जिसमे सामुदायिक जागरूकता जैसे कार्य किए जा रहे है।
इधर बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के सहयोगी साथी संस्था के कालेश्वर मंडल ने बताया कि साथी संस्था बाल विवाह मुक्त गोड्डा की स्थापना के लिए लगातार सामुदायिक स्तर, ग्राम सभा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम बाल संरक्षण समिति, पंचायत प्रतिनिधि जैसे विभिन्न हितग्राही को जागरूक करने का कार्य कर रही है।
इन्होंने कहा कि पिछले दिनों बाल विवाह से आजादी की ओर अग्रसर गोड्डा के तहत जागरूकता के लिए मानव श्रृंखला, मशाल जुलूस, कैंडल मार्च जागरूकता रैली का आयोजन किया है। जिसका असर अब जिले में दिख रहा है।