विकास पर भरोसा जता जनता ने यूपीए प्रत्याशी को जिताया: पंकज मिश्रा
विकास पर भरोसा जता जनता ने यूपीए प्रत्याशी को जिताया: पंकज मिश्रा
————- कहा झूठे हथकंडे के सहारे भाजपा राज्य की जनता को नहीं कर सकती है गुमराह
साहिबगंज: मांडर उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी शिल्पी नेहा तिर्की द्वारा भाजपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी गंगोत्री कुजूर को 23 हजार से भी अधिक मतों से पराजित किए जाने के बाद यहां कांग्रेसियों और गठबंधन के नेताओं में खुशी का माहौल है। मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि सह झामुमो के केंद्रीय सचिव पंकज मिश्रा ने कहा कि यह जीत भाजपा के गाल पर तमाचा है।
जनता से यह साबित कर दिया कि उनका विश्वास राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अगुवाई में चल रहे गठबंधन सरकार पर है। इस जीत से भाजपा समेत विपक्षी दलों के नेताओं को यह चिंतन करने की जरूरत है। कहा कि दुमका का उपचुनाव हो, या बेरमो, मधुपुर या मांडर विधानसभा का उपचुनाव जनता ने यह साबित कर दिया कि वे विकास के साथ हैं। कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूरे झारखंड को लगातार विकास की राह पर ले जा रहे हैं।
राज्य की जनता ने उन पर विश्वास किया है, इसी विश्वास का परिणाम हाल के दिनों में हुए चारों विधानसभा के उप चुनाव में देखने को मिला है। कहा कि राज्य में पूर्व की रघुवर सरकार ने कभी हाथी उड़ाने तो कभी यहां की जनता को ठगने का काम किया है, इसी का परिणाम है कि जनता ने उपचुनाव में राज्य की यूपीए गठबंधन सरकार पर पूरा पूरा भरोसा जताया है और भाजपा को मुंह की खानी पड़ी है।
कहा कि राज्य में भाजपा को सत्ता सुख नहीं मिलने से विचलित हो गई है।राज्य की ही नहीं पूरे देश की जनता देख रही है कि जिन जिन प्रदेशों में भाजपा की सरकार नहीं है वहां कभी ईडी तो कभी सीबीआई के सहारे वहां की सरकार को अस्थिर करने का भाजपा लगातार कोशिश कर रही है।
इसका ताजा उदाहरण महाराष्ट्र है, जहां भाजपा किस तरह सरकार को अस्थिर करने में लगी है यह किसी से छुपा हुआ नहीं है? कहा कि झारखंड भी इससे अछूता नहीं है। कहा कि आईडी को भाजपा अस्त्र-शस्त्र के रूप में इस्तेमाल कर रहे।
इसके सहारे कभी विधायक हो तो कभी प्रशासनिक पदाधिकारियों को धमकाने और चमकाने का कार्य करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। इससे साबित होता है कि भाजपा कहीं ना कहीं इन केन प्रकारेण सत्ता हासिल करना चाहती है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अगुवाई में राज्य लगातार विकास की ओर अग्रसर है, जो भाजपा को पच नहीं रही है।
से एजेंसियां सीबीआई और ईडी कोहथकंडा के रूप में इस्तेमाल कर विकास कार्य को प्रभावित करने में भी भाजपा बाज नहीं आ रही है। इसे जनता देख रही है भली-भांति समझ भी रही है।
इसी का स्पष्ट परिणाम मर्डर का उपचुनाव भी है, जहां यूपीए गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी की जीत में यह साबित कर दिया कि लोग भारत भाजपा की गीदड़ भभकी के बजाय विकास के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा इस जीत से भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी को आत्मचिंतन करने की जरूरत है, जब से वे हुए पार्टी में आए हैं, पार्टी का लगातार विनाश ही हो रहा है। अब समय आ गया है कि बाबूलाल मरांडी राजनीति से संयास लेकर हिमालय पर चले जाएं नहीं तो यहां की जनता जबरन उन्हें वहां भेज देगी।