आदिवासी संस्कृति की रक्षा के लिए करते रहना होगा संघर्ष: लोबिन हेंब्रम

आदिवासी संस्कृति की रक्षा के लिए करते रहना होगा संघर्ष: लोबिन हेंब्रम

आदिवासी संस्कृति की रक्षा के लिए करते रहना होगा संघर्ष: लोबिन हेंब्रम
————-साहिबगंज कॉलेज में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस समारोह

साहिबगंज: साहिबगंज कॉलेज के नंदन भवन में मंगलवार को विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का मुख्य अतिथि लोबिन हेंब्रम और सागर कॉलेज के एनएसएस नोडल पदाधिकारी डॉ. रंजीत कुमार सिंह समेत अन्य के द्वारा सिद्धू कानू की तस्वीर पर माल्यार्पण करने के बाद दीप प्रज्वलित कर किया गया। गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं के द्वारा प्रस्तुत सामूहिक स्वागत गीत से कार्यक्रम का शुरू किया गया।

 

प्रिया मरांडी ने आदिवासी दिवस के बारे में विस्तार से जानकारी दी। लीला माला ने आदिवासी कुरीतियों पर चर्चा की। प्रो मैरियन हेम्ब्रम ने आदिवासियों के संघर्ष पर अपनी बातें रखी। ए डब्ल्यू छात्रावास के टुंडंग डाहर ने युगल नृत्य प्रस्तुत की। डॉ रंजीत कुमार सिंह व डॉ सिद्दाम सिंह मुंडा ने आदिवासियों की सांस्कृतिक पर प्रकाश डाला। विधायक लोबिन हेंब्रम ने आदिवासी दिवस पर युवाओं को राजनीतिक रूप से जागरूक करने व संघर्ष करने के लिए तैयार होने की बात कही। सिदो कान्हु मुर्मू के संघर्ष और उसके वंशज को याद करते हुए मदद के लिए समाज को आगे आने की बात कही।

आदिवासी संस्कृति की रक्षा के लिए करते रहना होगा संघर्ष: लोबिन हेंब्रम -------------साहिबगंज कॉलेज में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस समारोह फ़ोटो: साहिबगंज: साहिबगंज कॉलेज के नंदन भवन में मंगलवार को विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का मुख्य अतिथि लोबिन हेंब्रम और सागर कॉलेज के एनएसएस नोडल पदाधिकारी डॉ. रंजीत कुमार सिंह समेत अन्य के द्वारा सिद्धू कानू की तस्वीर पर माल्यार्पण करने के बाद दीप प्रज्वलित कर किया गया। गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं के द्वारा प्रस्तुत सामूहिक स्वागत गीत से कार्यक्रम का शुरू किया गया। प्रिया मरांडी ने आदिवासी दिवस के बारे में विस्तार से जानकारी दी। लीला माला ने आदिवासी कुरीतियों पर चर्चा की। प्रो मैरियन हेम्ब्रम ने आदिवासियों के संघर्ष पर अपनी बातें रखी। ए डब्ल्यू छात्रावास के टुंडंग डाहर ने युगल नृत्य प्रस्तुत की। डॉ रंजीत कुमार सिंह व डॉ सिद्दाम सिंह मुंडा ने आदिवासियों की सांस्कृतिक पर प्रकाश डाला। विधायक लोबिन हेंब्रम ने आदिवासी दिवस पर युवाओं को राजनीतिक रूप से जागरूक करने व संघर्ष करने के लिए तैयार होने की बात कही। सिदो कान्हु मुर्मू के संघर्ष और उसके वंशज को याद करते हुए मदद के लिए समाज को आगे आने की बात कही। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए कुलपति के माध्यम से प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी व कैरियर काउंसलिंग केन्द्र बनाया जाय। कहा कि पुस्तक पत्रिका आदि सरकार और विवि स्तर पर प्रयास करना चाहिए और व्यवस्था करना चाहिए। समाज को उन्नत बनाने के लिए समाज को पढ़ाने के लिए भाषा और संस्कृति को बनाए रखने की बात कही। स्थानीय नीति और नियोजन नीति के बारे में युवाओं को जागरूक किया। कहा कि अपनी संस्कृति और प्रकृति को अक्षुण रखने के लिए हम हमेशा संघर्ष करते रहे करते रहेंगे। इसके पहले कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी हॉस्टल के छात्र- छात्राओं ने सुबह कॉलेज परिसर से रैली निकाल कर की। रैली कॉलेज रोड, ग्रीन होटल, स्टेशन चौक, पटेल चौक, गांधी चौक होते हुए वापस कॉलेज परिसर तक पहुंच कर समाप्त हुआ। इस दौरान आदिवासियों पर अत्याचार करना बंद करो, आदिवासी एकता जिंदाबाद, आदिवासियों का जल, जंगल, जमीन संरक्षित करें आदि के नारे लगाए गए। रैली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया था।मौके पर फोदो सोरेन, प्रो जीसु हासदा, प्रो. सैमी, विक्टा मरांडी, प्रो मरयम, प्रो अनु सुमन बाड़ा, जोसफ बेसरा, मनोहर मरांडी, छात्र नायक विकास, विनय, मोहन, बबलू, कैलाश, प्रधान किस्कू, छात्र नेता विकास मुर्मू आदि उपस्थित थे।
आदिवासी संस्कृति की रक्षा के लिए करते रहना होगा संघर्ष: लोबिन हेंब्रम

उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए कुलपति के माध्यम से प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी व कैरियर काउंसलिंग केन्द्र बनाया जाय। कहा कि पुस्तक पत्रिका आदि सरकार और विवि स्तर पर प्रयास करना चाहिए और व्यवस्था करना चाहिए। समाज को उन्नत बनाने के लिए समाज को पढ़ाने के लिए भाषा और संस्कृति को बनाए रखने की बात कही। स्थानीय नीति और नियोजन नीति के बारे में युवाओं को जागरूक किया। कहा कि अपनी संस्कृति और प्रकृति को अक्षुण रखने के लिए हम हमेशा संघर्ष करते रहे करते रहेंगे। इसके पहले कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी हॉस्टल के छात्र- छात्राओं ने सुबह कॉलेज परिसर से रैली निकाल कर की। रैली कॉलेज रोड, ग्रीन होटल, स्टेशन चौक, पटेल चौक, गांधी चौक होते हुए वापस कॉलेज परिसर तक पहुंच कर समाप्त हुआ। इस दौरान आदिवासियों पर अत्याचार करना बंद करो, आदिवासी एकता जिंदाबाद, आदिवासियों का जल, जंगल, जमीन संरक्षित करें आदि के नारे लगाए गए। रैली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया था।मौके पर फोदो सोरेन, प्रो जीसु हासदा, प्रो. सैमी, विक्टा मरांडी, प्रो मरयम, प्रो अनु सुमन बाड़ा, जोसफ बेसरा, मनोहर मरांडी, छात्र नायक विकास, विनय, मोहन, बबलू, कैलाश, प्रधान किस्कू, छात्र नेता विकास मुर्मू आदि उपस्थित थे।

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