अमृत महोत्सव के तहत मंडल कारा से 15 बंदी रिहा
अमृत महोत्सव के तहत मंडल कारा से 15 बंदी रिहा
गोड्डा : नालसा के निर्देश के आलोक में भारत की स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के तहत मंडल कारा के 15 वंदियों को रिहा किया गया। इसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से मंडल कारा परिसर में आयोजित जेल अदालत में एक बंदी तथा यूटीआरसी की अनुशंसा पर 14 वंदियों को रिहा किया गया।
स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित जेल अदालत की अध्यक्षता प्रभारी पीडीजे सह जिला जज प्रथम शिवपाल सिंह कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वंदियों के मामले की सुनवाई के लिए समय- समय पर जेल परिसर में जेल अदालत का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में स्वतंत्रता दिवस पर विशेष जेल अदालत का आयोजन किया गया ।
इसमें एक बंदी की रिहाई हुई है। इसमें
ललमटिया थाना क्षेत्र के हरक्कखा निवासी अल्ताभ अंसारी डकैती के मामले में सात मार्च 2007 से ही जेल में बंद था। इस कांड के अन्य आरोपित पूर्व में ही रिहा हो गये हैं। अल्ताभ अंसारी फरारी थे इसलिए उनके मामले का विचारण नहीं हो पाया था। जिला जज प्रथम के न्यायालय में मुकदमा लंबित था। जिसे रिहा कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि देश के सभी नागरिकों को समान संवैधानिक अधिकार है। वंदियों को भी न्याय प्राप्त करने का अधिकार है। इसलिए इस बार के अमृत महोत्सव पर विशेष पहल की गई है। जेल अदालत के दौरान उन्होंने मंडल कारा का भ्रमण किया और स्थिति का जायजा लिया। इस अवसर पर रजिस्टार वाल्टर भेंगरा, जेल अधीक्षक मोनिका बास्की, जेलर सोनू कुमार, अधिवक्ता अफसर हसनैन, तनूज कुमार दुबे, नूतन तिवारी, अजीत कुमार, मनोज कुमार सिंह, पीएलवी नवीन कुमार आदि उपस्थित थे।
इसके अलावा जिले में 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव परर कारागार में बंद बंदियों को मुक्त करने को लेकर चलाये गये यूटीआरसी (अंडर ट्रायल रिव्यू कमेटी ) द्वारा अभियान के तहत 14 वंदियों को रिहा करने की अनुशंसा की गई थी।
इसके आलोक में कालेश्वरी पासवान, मुकेश यादव, अशोक यादव, मोे. शहजादा अंसारी, मो. रफीक, मो. ताहिर, मनोज यादव, दिलीप कुमार जायसवाल, मो.अजमेर अली, बेनसी मरांडी, पार्वती देवी, चांदनी देवी, अझोली देवी एवं आरति कुमारी को रिहा किया गया।