राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उन्हें फंसाया गया -विधायक  बीजेपी से कोई लिंक नहीं , कांग्रेसका वफादार सिपाही

राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उन्हें फंसाया गया -विधायक  बीजेपी से कोई लिंक नहीं , कांग्रेसका वफादार सिपाही

राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उन्हें फंसाया गया -विधायक 

बीजेपी से कोई लिंक नहीं , कांग्रेसका वफादार सिपाही

रांची 

कोलकाता हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद शनिवार की संध्या न्यायिक हिरासत से छूटे कांग्रेस के निष्कासित विधायक इरफान अंसारी ने कहा की कोर्ट ने उनकी वफादारी को माना और वे लोग निर्दोष हैं। उन्होंने कहा कि बरामद किए गए ₹49000 में से 16 लाख उनका, 18 लाख विधायक विक्सल का जबकि शेष अन्य विधायक का है। गलती यही हुई कि सारे पैसे एक जगह थे।

 उन्होंने कहा कि 9 अगस्त को आदिवासी दिवस था और वे लोग आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाते हैं। ऐसे में इस राशि से साड़ी और फुटबॉल खरीदने की योजना थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि ममता दीदी की सरकार ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए उन्हें फसाया है। वे अल्पसंख्यक हज कमेटी के अध्यक्ष हैं जबकि नमन विक्सल पादरी और राजेश कच्छप आदिवासी समुदाय से आते हैं। 

 

उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस के वफादार सिपाही हैं, ममता दीदी का सम्मान करते हैं लेकिन उन्हें षड्यंत्र के तहत फसाया गया है। उनका बीजेपी से कोई लिंक नहीं है। वे दो बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें किसी भी कीमत पर भाजपा सूट नहीं करती है और इसका जवाब आलाकमान को देंगे। उन्हें कहा कि उनके पिता फुरकान अंसारी पिछले 30 वर्षों से राजनीति में है। वे विधायक, एमपी और मंत्री भी बने। इन सारी बातों से आलाकमान को अवगत कराया जाएगा

 

बताते चलें कि कांग्रेस के तीन विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को कलकत्ता हाइकोर्ट से जमानत मिल गयी है। यह तीनों विधायक 49 लाख कैश के साथ 30 जुलाई को प. बंगाल के हावड़ा में पकड़े गये थे। उसके बाद से ही ये तीनों न्यायिक हिरासत में थे।

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